सुमित्र छंद
“मेरा भाई”
बडी खुशी मुझ को, मिला भाइयों का दुलार।
दिखे अलग सबसे, मेरे भाई शानदार।।
लिये खड़ी बहना, जब राखी का नेह थाल।
निहारते अपलक, बहना को हो कर निहाल।।
सुहावना बचपन, स्मर स्मर अब हों लोटपोट।
किये पढाई हम, साथ पाठ सब घोट घोट।।
हँसे हँसाये तो, मौसम आता है बसन्त।
थमे न ये खुशियाँ, पल हो जाये ये अनन्त।।
बडा न वो छोटा, मन से हरदम मालदार।
बढ़े वही आगे, सुनकर बहना की पुकार।।
उसे न देखूँ तो, मन हो जाता है उदास।
वही चमक मेरी, मेरे मन का है उजास।।
खुले गगन जैसा, मन भाई का है विशाल।
बने वही ताकत, वो होता है एक ढाल।।
सभी लगे प्यारे, यूँ तो रिश्ते हैं अनेक।
लगे न घर घर सा, जिस घर भाई हो न एक।।
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सुमित्र छंद विधान-
सुमित्र छंद 24 मात्रा प्रति पद का सम मात्रिक छंद है।
यह 10 और 14 मात्रा के दो यति खंड में विभक्त रहता है। इसका चरणादि एवं चरणान्त जगण (121) से होना अनिवार्य है।
दो दो या चारों पद समतुकांत होते हैं।
इसका मात्रा विन्यास निम्न है-
121 222, 2222 (अठकल) 2121
10+14=24
चूंकि यह मात्रिक छंद है अतः 2 को 11 में तोड़ा जा सकता है।
सुमित्र छंद का अन्य नाम रसाल छंद भी है।
लिंक –> मात्रिक छंद परिभाषा
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शुचिता अग्रवाल ‘शुचिसंदीप’
तिनसुकिया, असम
नाम-
शुचिता अग्रवाल ‘शुचिसंदीप’
(विद्यावाचस्पति)
जन्मदिन एवम् जन्मस्थान-
26 नवम्बर 1969, सुजानगढ़ (राजस्थान)
पिता-स्वर्गीय शंकर लालजी ढोलासिया
माता- स्वर्गीय चंदा देवी
परिचय-मैं असम प्रदेश के तिनसुकिया शहर में रहती हूँ। देश की अनेक साहित्यिक प्रतिष्ठित शाखाओं से जुड़ी हुई हूँ।
सम्मान पत्र- कविसम्मेलन,जिज्ञासा,रचनाकार,साहित्य संगम संस्थान,काव्य रंगोली,आदि संस्थाओं से सम्मान पत्र प्राप्त हुए।
काव्य रंगोली’ द्वारा ‘समाज भूषण-2018’
“आगमन” द्वारा ‘आगमन काव्य विदुषी सम्मान-2019’ एवं साहित्य के क्षेत्र में प्राइड वीमेन ऑफ इंडिया ‘2022’ प्राप्त हुआ है।
साहित्य संगम संस्थान द्वारा “विद्यावाचस्पति(डॉक्टरेट)” की मानद उपाधि से सम्मानित हुई हूँ।
प्रकाशित पुस्तकें- मेरे एकल 5 कविता संग्रह “दर्पण” “साहित्य मेध” “मन की बात ” “काव्य शुचिता” तथा “काव्य मेध” हैं। मेरी साझा पुस्तकों,पत्रिकाओं,समाचार पत्रों तथा वेबसाइट्स पर समय-समय पर रचनाएं प्रकाशित होती हैं।
भाई बहन के बचपन के असीम प्यार की याद ताजा करती कविता।
हार्दिक आभार आपका।
शुचिता बहन सुमित्र छंद में भाई की मनुहार में बहुत प्यारी रचना हुई है।
प्रोत्साहन हेतु आभार आपका।