चौबोला छंद “मन की पीड़ा”
चौबोला छंद 15 मात्रा प्रति पद का सम मात्रिक छंद है। इन 15 मात्राओं की मात्रा बाँट:- अठकल, चौकल+1S (लघु गुरु वर्ण) है।
आल्हा छंद “आलस्य”
आल्हा छंद या वीर छंद
“आलस्य”
कल पे काम कभी मत छोड़ो, आता नहीं कभी वह काल।
आगे कभी नहीं बढ़ पाते, देते रोज काम जो टाल।।
किले बनाते रोज हवाई, व्यर्थ सोच में हो कर लीन।
मोल समय का नहिं पहचाने, महा आलसी प्राणी दीन।।