शोभन छंद ‘मंगलास्तुति’
शोभन छंद जो कि सिंहिका छंद के नाम से भी जाना जाता है, 24 मात्रा प्रति पद का सम मात्रिक छंद है।
यह 14 और 10 मात्रा के दो यति खंड में विभक्त रहता है। इसका मात्रा विन्यास निम्न है-
5 2 5 2, 212 1121
रक्ता छंद “शारदा वंदन”
रक्ता छंद विधान –
[रगण जगण गुरु]
( 212 121 2 ) = 7 वर्ण की वर्णिक छंद
दुर्मिल सवैया “शारदा वंदन”
दुर्मिल सवैया विधान:
यह 24 वर्ण प्रति चरण का एक सम वर्ण वृत्त है। अन्य सभी सवैया छंदों की तरह इसकी रचना भी चार चरण में होती है और सभी चारों चरण एक ही तुकांतता के होने आवश्यक हैं।
यह सवैया सगण (112) पर आश्रित है, जिसकी 8 आवृत्ति प्रति चरण में रहती है। इसकी संरचना लघु लघु गूरु × 8 है।