पंचचामर छंद ” हनुमान स्तुति”
पंचचामर छंद “हनुमान स्तुति”
उपासना करें सभी, महाबली कपीश की,
विराट दिव्य रूप की, दयानिधान ईश की।
मालिनी छंद “हनुमत स्तुति”
मालिनी छंद विधान –
“ननिमयय” गणों में, ‘मालिनी’ छंद जोड़ें।
यति अठ अरु सप्ता, वर्ण पे आप तोड़ें।।
“ननिमयय” = नगण, नगण, मगण, यगण, यगण।
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